सोलर पॉवर आज के जगत की आधुनिक सुविधाओं में से एक है। ये ना केवल कम कार्बन उत्सर्जन करती है अपितु लम्बे समय के उपयोग के लिए किफायती भी है। सोलर के बारे में सारी बातें जानने से पहले आईये ये जानते हैं कि इसका उपयोग क्यों महत्वपूर्ण है। भारत में बहुत तेज़ी से सौर ऊर्जा का विस्तार हो रहा है और विभिन्न क्षेत्रों में सोलर पॉवर उपयोग में भी बढ़ोत्तरी हुई है. सौर ऊर्जा के प्रति जागरूकता और गंभीरता के विभिन्न कारण हैं. एक तरफ लोगों को बिजली की बढ़ती कीमतों के कारण सोलर पैनल लगवाने पड़ते हैं तो कहीं बढ़ते प्रदूषण के कारण।
आने वाले समय में ग्लोबल वार्मिंग एक महत्वपूर्ण समस्या बन कर उभरेगी। वैश्विक कार्बन उत्सर्जन की वजह से बर्फ पिघलने लगी है जिसकी वजह से समुद्री स्तर में बढ़ोतरी होगी और अंत में समुन्द्र किनारे वाले काफी शहर डूब जायँगे। ऐसी परिस्थिति से बचने हेतु हमें धरती का तापमान सामान्य रखना चाहिए और इसका केवल एक ही उपाय है कम कार्बन उत्सर्जन। इस छेत्र में आगे बढ़ने के लिए हमें आम बिजली उत्पादन के विकल्प की तलाश करने की आवश्यकता है। इसी विषय में आधुनिक तकनीक की मदद से सौर ऊर्जा का संचार हुआ है। सौर ऊर्जा का मुख्य उद्देश्य है सूर्य से मिलने वाली ऊर्जा को संरक्षित करना और उस से बिजली बनाना।
इस ऊर्जा की पर्याप्त चर्चा ना होने की वजह से बहुत सारे लोग अभी भी इस तरह के किसी भी अन्य ऊर्जा उत्पादन संसाधन से अनिभिज्ञ हैं। अक़्सर लोगों का ये मानना होता है कि ये संसाधन आम वर्ग के उपयोग के नहीं है क्यूंकि इनका वन-टाइम इंस्टालेशन चार्ज काफी अधिक होता है। निस्संदेह, यह सत्य है किन्तु यह भी सत्य है कि एक बार लगाने के पश्चात इनको किसी प्रकार के निवेश की कोई आवश्यकता नहीं है। केवल आसान रख रखाव के तरीको का उपयोग करके ये सोलर उपकरण सालों साल चल सकते हैं। और तो और इस उपाय से न केवल आप अपने पैसे बचा सकते हैं अपितु अपने पृथ्वी की रक्षा भी कर सकते हैं| अपने घर की सामान्य ज़रूरतों जैसे पंखा, बल्ब, टीवी, सीएफएल आदि जैसे ज़रूरी उत्पादों के लिए 1000 वॉट के सोलर पॉवर का उपयोगपर्याप्त भी होगा और फ़ायदेमंद भी.
तो आईये जानते हैं क्या है एक 1000 वॉट के सोलर पावर का उपयोग
जैसा कि हम सब जानते हैं, ऊर्जा ना बनाई जा सकती न नष्ट की जा सकती है तो फिर किस प्रकार सोलर सेल की मदद से ऊर्जा का संचार हो रहा है? असल में सोलर पैनल पर बहुत सारे फोटो-वोल्टेइक सेल्स लगे होते हैं जिनका काम होता है सौर्य ऊर्जा में उपस्थित फोटोन को इलेक्ट्रान में बदल देना। अब ये ऊर्जा इन्वर्टर में स्टोर कर दी जाती है। चूंकि ये ऊर्जा सीधे सूर्य की रौशनी से आती है इसीलिए ये डी.सी करंट में तब्दील होकर संरक्षित होती है, परेशानी की बात यह है कि हमारे जितने भी उपकरण होते है वो डी.सी करंट से नहीं अपितु ए.सी करंट से चलते है। इसीलिए इस ऊर्जा को ऐ.सी करंट में बदलने के लिए एक अन्य उपकरण की आवश्यकता होती है जिसमें ऊर्जा का संरक्षण किया जा सके और फिर उसका उपयोग हो सके। अगर आप अपने घर के लिए सोलर पॉवर उपयोग करना चाहते हैं तो सोलर पॉवर 1000 वॉट भी आपके घर की विद्युत् सम्बन्धी ज़रूरतों को पूरा कर सकती है.
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सौर्य ऊर्जा को आप किस प्रकार इस्तेमाल कर सकते हैं ये समझने के बाद इसकी उपयोगिता का ज्ञान होना आवश्यक है। किसी भी वस्तु की उपयोगिता उसके उम्र और आपके उसमे हुए निवेश से जाँची जाती है। एक बार सौर्य पैनल स्थापित किये जाने के पश्चात वो कम से कम 25-30 वर्ष तक जरूर चल सकते हैं, किसी किसी स्थिति में ये पैनल 40 वर्षो तक भी चल सकते हैं। अब आती है इनके रख रखाव की बात; सोलर पैनलों के बारे में सबसे अच्छी बात ये है कि एक बार स्थापित हो जाने के बाद इनका ख्याल रखने की ज़्यादा आवश्यकता नहीं होती है। बीच बीच में बस इन्हे साफ़ करने की जरुरत पड़ती है ताकि फोटो-वोल्टेइक को फोटोन कन्वर्शन करने में कोई दिक्कत ना हो।
किस तरह का पैनल मेरे घर के लिए सुलभ होगा?
इसका जवाब आपकी जरूरतों पर निर्भर करता है। अगर आपकी ऊर्जा खपत ज्यादा है तो आपको बड़े पावर वाले पैनल लगाने की आवश्यकता है परन्तु अगर आपकी खपत कम है तो उसके लिए आप 1000 वॉट के सोलर पैनल भी लगा सकते हैं। अब आईये जानते हैं कि इस तरह के पैनल से आप किन किन इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का इस्तेमाल कर सकते हैं| आप इससे बल्ब, टी.वी, पंखा, पानी का पंप इत्यादि चला सकते हैं। लेकिन ये ध्यान रखें कि ये सारे उत्पाद एक अच्छे सोलर इन्वर्टर जैसे कि जीनस की सुरजा सीरीज़ से जुड़े रहेंगे तो बेहतर होगा. आप अपनी जरूरतों के अनुसार अपना उत्पाद चुन सकते हैं और अपने 1000 वॉट के सोलर पॉवर का बेहतरीन इस्तेमाल कर सकते हैं।