वर्तमान में सौर ऊर्जा सबसे ज़रूरी, किफ़ायती और फ़ायदेमंद ऊर्जा स्रोत के रूप में उभरकर सामने आयी है तथा सौर पैनल जैसे उपकरणों की मदद से सौर ऊर्जा को विद्युत् में परिवर्तित करके बिजली उत्पन्न की जा रही है। सौर ऊर्जा के अधिकतम उपयोग एवं सौर पैनलों की बढ़ती ज़रूरत के साथ ही सौर पैनल की दक्षता को बढ़ाना भी बहुत ज़रूरी हो गया है। सौर पैनल ऐसे उपकरण होते हैं जिसमें लगे फोटोवोल्टिक सेल सूरज की किरणों को विद्युत् में परिवर्तिति करते हैं तथा सौर ऊर्जा की बेहतरीन उपयोग किया जाता है। ऑन ग्रिड एवं ऑफ ग्रिड सौर पैनलों की उपयोगिता एक दूसरे से अलग होती है तथा ज़रूरत के हिसाब से ये अलग अलग जगहों पर लगाये जाते हैं। सौर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा से विद्युत् उत्पन्न करने में बिजली के महंगे बिल से तो छुटकारा पाया जा सकता है लेकिन सौर पैनल लगवाने का यही अर्थ होता है कि इस उपकरण में निवेश करने के लिए शुरूआती खर्च के लिए मानसिक एवं आर्थिक रूप से तैयार रहना होगा। सौर पैनलों की शुरुआती क़ीमत थोड़ी ज़्यादा होती है और इस उपकरण में निवेश करने से पहले आपको बहुत सोच समझकर निर्णय लेना होगा क्योंकि एक बार सौर पैनल लगवाने पर आपको बार बार बिजली के बिल की चिंता नहीं करनी होगी। ऐसे में आपको सौर पैनल में निवेश करने से पहले बहुत सोच-समझकर निर्णय लेना होगा। जब आप सौर पैनल लगवाते हैं तो आपको बहुत अच्छे ढंग से इस उपकरण की देखभाल करनी होगी क्योंकि सौर पैनल उन उपकरणों में से नहीं हैं जिन्हें आप हर साल बदलकर ख़रीद सकें। सौर पैनल की सही देखभाल करने के साथ साथ आप उसकी दक्षता बढ़ाने के लिए भी कुछ बेहद ज़रूरी कदम उठा सकते हैं।
धरती पर प्रचुर मात्रा में सूरज की किरणें आती हैं तथा इन किरणों को सौर पैनलों की मदद से विद्युत् में परिवर्तित किया जाता है। प्रचुर मात्रा में उपलब्ध सौर किरणों का इस्तेमाल हमें बेहद किफायती एवं फ़ायदेमंद ढंग से करना चाहिए ताकि विद्युत् सम्बन्धी हमारी ज़रूरतों को पूरा किया जा सके। सौर ऊर्जा से बिजली उत्पन्न करने से हमारे पर्यावरण को न्यूनतम नुक्सान होता है ऐसे में अन्य ऊर्जा संसाधनों की तुलना में हमें सौर ऊर्जा का अधिकतम उपयोग करना चाहिए। आइये जानते हैं कि सौर पैनल की दक्षता किन कारकों पर निर्भर करती है तथा सौर पैनल की लंबी उम्र के लिए आपको किस तरह से सौर पैनलों की देखभाल करनी चाहिए ताकि सौर पैनल की दक्षता बढ़ सके-
1. सौर पैनल के लिए सही निर्णय लें
सौर पैनल में निवेश करना बहुत बड़ा कदम होता है क्योंकि सौर पैनल की शुरुआती क़ीमत बहुत ज़्यादा होती है। सौर पैनल खरीदने से पहले आपको यह देखना होगा कि किस तरह के सौर पैनल आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए उपयुक्त होंगे, कैसा सौर पैनल लगवाने से आपको अधिकतम फायदे होंगे तथा किन सौर पैनलों में ऊर्जा का अधिकतम रुपांतरण होगा। सौर पैनल में निवेश करने से पहले आपको इन सभी कारकों को ध्यान में रखना होगा ताकि सौर पैनलों में आपके द्वारा लगाए पैसों से अधिकतम फायदा मिल सके। सौर पैनलों के पुराने मॉडल की तुलना में नए मॉडल ज़्यादा किफायती एवं फ़ायदेमंद हैं इसलिए आपको नए मॉडल में ही अपना पैसा लगाना चाहिए।
2. सौर पैनल को सही ढंग से इनस्टॉल करें
अगर आप चाहते हैं कि आप अपने सौर पैनल पर पड़ने वाली सूरज की किरणों से बिजली का अधिकतम उत्पादन कर सकें तो आपको सौर पैनल ऐसी जगह पर लगाना होगा जहाँ पर्याप्त धूप आती हो एवं इस उपकरण को सही ढंग से इनस्टॉल करना होगा ताकि सौर पैनल को प्रचुर मात्रा में सूरज की किरणें मिल सकें। जो देश उत्तरी गोलार्ध में स्थित हैं (जैसे भारत) वहाँ सौर पैनल को दक्षिण दिशा में तथा जो देश दक्षिणी गोलार्ध में (जैसे ऑस्ट्रेलिया) आते हैं उन देशों में सौर पैनल को उत्तर दिशा में स्थापित करना चाहिए। आदर्श रूप से सौर पैनल की स्थिति ऐसी होनी चाहिए कि अधिकतम मात्रा में सूरज की किरणें किसी रुकावट के बिना सौर पैनल पर पड़ सकें।
3. छायेदार इलाकों में सौर पैनल लगाने से बचें
सौर पैनल लगाने से पहले आपको यह ध्यान में रखना होगा कि सौर पैनल पर निर्बाधित सूरज की किरणें आ सकें तथा किसी भी फोटोवोल्टिक सेल की स्थिति पूरे दिन छाये में नहीं होनी चाहिए। अगर आपके सौर पैनल में फोटोवोल्टिक सेल एक श्रृंखला (सीरीज़)में लगे हैं और उनमें से एक सेल पर सूरज की किरणें नहीं आ रही हैं तो आगे वाले फोटोवोल्टिक सेल की भी दक्षता प्रभावित होगी एवं विद्युत् उत्पादन में रुकावट आएगी। सौर पैनल की दक्षता बढ़ाने के लिए ज़रूरी है कि आप छायेदार इलाकों में सौर पैनल न लगाएँ।
4. सोलर पैनल की नियमित सफ़ाई रखें
अगर सौर पैनल के शीशे वाले हिस्से में धूल या गंदगी जमा हो जाती है तो आपका सौर पैनल उतने अच्छे ढंग से काम नहीं करेगा तथा सौर पैनल की दक्षता भी कम हो जाएगी। ऐसे में आपको सौर पैनल की साफ़-सफाई का बेहद ख़्याल रखना होगा तथा नियमित सफ़ाई से आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि सौर पैनल पर कोई भी धूल, मिट्टी या गंदगी न इकट्ठा हो। सोलर पैनल को आप साधारण पानी से भी साफ़ कर सकते हैं और बाद में उसे पोंछ भी सकते हैं ताकि पानी पूरी तरह सूख जाये.लेकिन सोलर पैनल की साफ़-सफाई करने के लिए सबसे ज़रूरी बात है कि आपको कड़क धूप में सोलर पैनल की सफाई नहीं करनी चाहिए क्यूंकि ऐसा करने से सोलर सेल में खराबी हो जाती है
पर बताये गए इन तरीकों को अपनाकर आप अपने सौर पैनल की दक्षता को बढ़ा सकते हैं एवं सौर पैनल से अधिकतम विद्युत् उत्पन्न कर सकते हैं।
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